Saturday 28 August 2021

म्यूजिकल चेयर









वैक्सीनेशन सेंटर पर लोगों की
सांप सी लहराती कतार,
कभी कछुआ तो कभी
खरगोश सी चाल चलती।
कतार से निकल कर,
कुछ लोग आ कर
बैठ जाते हैं कुर्सियों पर
जो लगी हैं,
सर्पाकार भीड़ के सामने
एक सीधी लाइन में ।

कभी-कभी खरगोश हो जाती
कतार से कदम मिलाने को,
कुछ महान जन
तुरंत उठ कर खड़े होते,
मिनट भर कतार में रह,
आगे की कुर्सियों को
निशाना बनाते,
ज़रा सी देर उन पर बैठ
फिर कतार में लग जाते,
काफी देर तक ये
उठने और बैठने
का खेल चलता रहा,
पीछे खड़े हम सोचें
ये लोग क्या 
लुत्फ उठा रहे हैं,
वैक्सीनेशन सेंटर पर
'म्यूजिकल चेयर' के गेम सा
मज़ा पा रहे हैं!

बांके जवान भी सब
कुर्सी पर निशाना साधे हैं,
एक खाली होते ही
दो लपकते हैं,
कुर्सी चीज़ ही ऐसी है
छोड़ी भी तो नहीं जाती,
मिल जाये तो
लत लग जाती है,
अब तो यूँ भी खड़े रहने में
बड़ा कष्ट होता है,
डेढ़ साल से घर बैठे हैं
कैसे यकायक खड़े हो पाएंगे,
और इन्तज़ार में कुछ तो करना है
तो 'म्यूजिकल चेयर' ही खेल लें,
वैक्सीन के इंतज़ार में
थोड़ा खेला का रस ले लें, 
हमने भी रस पा लिया
कुर्सी का खेल देखने का 
और कविता करने का।

~ प्रियंका सिंह